दत्ताचा पाळणा Dattacha Palana
जो जो जो जो रे सुकुमारा । दत्तात्रया अवतारा ॥धृ॥ कमलासन विष्णू त्रिपुरारी । अत्रिमुनीचे घरी । सत्त्व हरु आले नवल परी । भ्रम दवडिला दुरी ॥१॥ प्रसन्न त्रिमूर्ति होऊनी । पुत्रत्वा पावुनि ।...
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जो जो जो जो रे सुकुमारा । दत्तात्रया अवतारा ॥धृ॥ कमलासन विष्णू त्रिपुरारी । अत्रिमुनीचे घरी । सत्त्व हरु आले नवल परी । भ्रम दवडिला दुरी ॥१॥ प्रसन्न त्रिमूर्ति होऊनी । पुत्रत्वा पावुनि ।...
Dattatray or Dattaguru is a very important deity in Hinduism. He is depicted as a god with three heads. These heads represent Bramha Vishnu and Mahesh. It is said that Brahma Vishnu and Mahesh...
कामेश्वरी यक्ष साधना काफी लोकप्रिय साधना है । ऐसे मन जात है कि यक्ष कि साधना से यक्ष और यक्षिणींइया प्रसन्न होकर अद्धभुत सिद्धिंया देती है । यः किताब पढाकार आप भी यक्ष सिद्धी...
कराभ्यां परशुं चापं दधानं रेणुकात्मजं । जामदग्न्यं भजे रामं भार्गवं क्षत्रियान्तकं ॥१॥ नमामि भार्गवं रामं रेणुका चित्तनन्दनं । मोचितंबार्तिमुत्पातनाशनं क्षत्रनाशनम् ॥२॥ भयार्तस्वजनत्राणतत्परं धर्मतत्परम् । गतगर्वप्रियं शूरं जमदग्निसुतं मतम् ॥३॥ वशीकृतमहादेवं दृप्त भूप कुलान्तकम् ।...
आखिर क्यों कोई राजा या मंत्री नहीं गुजारता है यहां रात? कैसे पड़ा महाकाल का नाम? जानिए इस मंदिर से जुड़े तीन रहस्य। महाकालेश्वर मंदिर को लेकर कई सारी भ्रांतियां हैं। जैसे कई लोगों...
देवी बगलामुखी, समुद्र के मध्य में स्थित मणिमय द्वीप में अमूल्य रत्नों से सुसज्जित सिंहासन पर विराजमान हैं। देवी त्रिनेत्रा हैं, मस्तक पर अर्ध चन्द्र धारण करती है, पीले शारीरिक वर्ण युक्त है, देवी...
बहुत प्राचीनकाल में लोग हिमालय के आसपास ही रहते थे। वेद और महाभारत पढ़ने पर हमें पता चलता है कि आदिकाल में प्रमुख रूप से ये जातियां थीं- देव, दैत्य, दानव, राक्षस, यक्ष, गंधर्व,...
भारतीय पंरपराओं में सभी त्यौहार बड़े प्यार और चाव से मनाए जाते हैं। इसी तरह गणेश चतुर्थी के इस मौके पर सभी लोग अपने घरों में गणपति जी की मूर्ति लेकर आते हैं और...
पृथ्वीदेवी ने महामुनि भरद्वाज के जपापुष्प तुल्य अरुण पुत्र का पालन किया। 7 वर्ष के बाद उन्होंने उसे महर्षि के पास पहुंचा दिया। महर्षि ने अत्यंत प्रसन्न होकर अपने पुत्र का आलिंगन किया और...
आसन बांधू, वासन बांधू, बांधू अपनी काया। चारि खूंट धरती के बांधू हनुमत! तोर दोहाई।। हनुमानजी के मंदिर के समीप स्थित बरगद या पीपल के वृक्ष की छोटी-छोटी चार टहनियां ले लें और...