आज है जयंती डॉ. प्रकाश आमटे जी की – Prakash Amte’s Birth day
डॉ. प्रकाश आम्टेः जिन्होंने इंसानियत को दी नई परिभाषा
इस डॉक्टर के आंगन में रहते हैं खूंखार जानवर,डॉ. प्रकाश आमटे शेर-तेंदुए को खिलाते हैं हाथ से खाना
प्रकाश आम्टे महाराष्ट्र के ऐसे एक शख्स है, जिन्होंने अपने घर के आंगन में शेर-तेंदुए और सांप पाल रखे हैं। वह उन्हें अपने हाथ से खाना खिलाते हैं। उनके अनुसार मनुष्य जैसे मनुष्य से दोस्ती करता है वैसे ही जानवरों से भी दोस्ती की जा सकती है या उन्हें पालकर उनके साथ रहा जा सकता है। बता दें कि प्रकाश आम्टे एक डॉक्टर भी हैं और साथ ही एक समाज सेवक है। उन्हें 2002 में ‘पद्मश्री’ और 2008 में ‘रेमन मैग्सेसे पुरस्कार’ भी मिल चुका है। ऐसे जानवरों के दोस्त बने प्रकाश आम्टे…
– डॉक्टर प्रकाश आम्टे के पिता बाबा आम्टे ने महाराष्ट्र के गढ़चिरोली जिले के हेमलकसा कस्बे में लोक बिरादरी प्रकल्प की स्थापना की थी।
– वे यहां स्थानीय आदिवासियों के विकास और चिकित्सा के लिए काम किया करते थे।
– पिता बाबा आम्टे के निधन के बाद डॉ. प्रकाश और उनके बेटे अनिकेत और दिगंत, यहां की जिम्मेदारी संभालते हैं।
– आम्टे जिस जगह रहते थे वहां जंगली जानवर भी रहते थे। लोग जानवरों का यहां आकर शिकार करते थे आम्टे घायल जानवरों का इलाज किया करते थे।
घर में पाल रखे हैं जंगली जानवर
– डॉ. आम्टे ऐसे शख्स हैं, जो महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित इलाके में घने जंगल के बीच रहकर आदिवासियों को मेडिकल ट्रीटमेंट देने के साथ एजुकेशन भी देते हैं।
– साथ ही डॉ. प्रकाश आम्टे ने लोगों द्वारा मारे गए जंगली जानवर के बच्चों के लिए अपने घर में एक एनिमल ऑर्फनेज (लावारिस जानवरों के लिए रहने का स्थान) बनाया है।
– यह ऑर्फनेज उनके घर के आंगन में ही हैं, जहां आज भालू, तेंदुए, मगरमच्छ समेत 60 से भी अधिक जानवर पल रहे हैं।
– डॉक्टर प्रकाश आम्टे के पिता बाबा आम्टे ने महाराष्ट्र के हेमलकासा कस्बे में ‘लोक बिरादरी प्रकल्प’ की स्थापना की थी। यह गढ़चिरोली जिले में स्थित है।
– बाबा आम्टे के निधन के बाद डॉ. प्रकाश और उनके बेटे अनिकेत व दिगंत, यहां की जिम्मेदारी संभालते हैं।
बन चुकी है फिल्म
– डॉ. प्रकाश आम्टे पर 2014 में मराठी फिल्म भी बनी थी। जिसका नाम डॉ. प्रकाश आम्टे ‘THE REAL HERO’ था।
– इस फिल्म में डॉ. आम्टे का किरदार एक्टर नाना पाटेकर ने निभाया था।