आज भी बरकरार है बप्पी लाहिड़ी के गानों का जादू
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। इंडस्ट्री में रॉक और डिस्को का चलन लाने वाले बप्पी लाहिड़ी ने सबके दिलों पर राज किया। एक समय था जब बप्पी लाहिड़ी ने पूरे देश को अपने गानों पर थिरकने पर मजबूर कर दिया था। बप्पी दा का जन्म 27 नवंबर 1952 को कोलकाता में हुआ था।
बप्पी दा तीन साल की उम्र में तबला सीखने लगे थे। उन्होंने अपने मां बाप से ही संगीत सीखा। बप्पी दा के पिता अपरेश लाहिड़ी एक बंगाली गायक थे और उनकी मां बांसरी लाहिड़ी भी संगीतकार थीं।
बप्पी दा 45 साल के फिल्मी करिअर में लगभग 500 से अधिक फिल्मों के लिए गाने कंपोज कर चुके हैं।
पॉप सिंगर माइकल जैक्सन बप्पी को पसंद करते थे। पहली बार किसी इंडियन सिंगर को माइकल जैक्सन ने न्यौता भेजा था। बप्पी इकलौते ऐसे संगीतकार हैं, जिन्हें माइकल जैक्सन ने मुंबई में आयोजित अपने पहले शो में बुलाया था। यह लाइव शो 1996 में आयोजित हुआ था। माइकल को बप्पी का ‘डिस्को डांसर ‘ और ‘जिम्मी जिम्मी’ गाना बहुद पसंद था।
बप्पी ने गाने की शरुआत बंगाली फिल्मों से की थी। वहीं बप्पी ने 70 के दशक मेें बॉलीवुड में एंट्री ली और 80 के दशक तक उ
वहीं बप्पी ने 70 के दशक मेें बॉलीवुड में एंट्री ली और 80 के दशक तक उनका जादू चलता रहा। लंबे समय के गैप के बाद बप्पी ने 2011 में रिलीज ‘डर्टी पिक्चर’ में ऊ ला ला ऊ लाला गाना गाया था, जो कि सुपरहिट सबित हुआ था।
साल 1977 में बप्पी दा ने चित्रानी के साथ शादी कर ली थी। श्रीदेवी के निधन पर बप्पी ने कहा था, ‘ मैनें 25 फिल्मों में मैंने श्रीदेवी के साथ काम किया। बप्पी ने ‘चलते-चलते मेरे ये गीत याद रखना, कभी अलविदा न कहना’ गीत से श्रीदेवी को श्रद्धांजलि दी थी।